बचपन से सुना है ,
तुममे अजब सी शक्ति है !
तुम अपनी दिशा बदल कर ,
किस्मत सबकी बदल देते हो !
ऐ तारे मेरी भी सुन लो !
तुम अपनी दिशा बदल कर ,
किस्मत को मेरी बदल दो!
जितने मोती बीखर गये हैं ,
उनको माला मे फिर से पिरो दो !
असंयामित जीवन को मेरे ,
संयमित कर दो
गिन गिन कर तुम को ,
कितनी रातें कट गई ,
पलकें फिर भी नींद के ,
आहट को तरस गयी !
ऐ तारे तुम सून मेरी ,
सुना है टूट कर भी तुम ,
मनन्त कों पुरा करते हो ,
एक बार मेरी भी सुन लो !
खुशियों से जीवन को भर दो !
तुम अपनी दिशा बदल कर ,
किस्मत को मेरी बदल दो ....