Madhubala jha world
Monday, 9 April 2012
पल...14
मुड़ कर भी फिर,
चाहे न देखो,
पर ये वादा करके
जाना होगा !
जो पल हमने
साथ बिताये ,
भूल तुम्हे यहीं
तुम्हें जाना होगा !
माना की ये ठीक है !
मुझे भुलाना अच्छा होगा ,
पर तुम मुझसे,
सच -सच कहना,
चाँद हसीं पल
मेरे मुझ से,
छीन जाना,
क्या ? अच्छा होगा ...?
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